Written by 3:56 pm Mutual funds

Direct Plan Vs Regular Plan

Direct plan Vs Regular plan

म्यूचुअल फ़ंड मे निवेश दो तरीको से किया जाता है पहला Direct plan और दूसरा Regular plan |

Direct plan मे आप खुद से म्यूचुअल फ़ंड कंपनी मे डाइरैक्ट निवेश करते है  जिसमे आप अपने ज्ञान के अनुसार अपनी जरूरत के मुताबिक फ़ंड का चुनाव करके निवेश करते है |इसमे कोई ब्रोकर नहीं होता और न ही किसी को ब्रोकेज चार्ज पे करने पड़ते है |

वह पैसा आप मोटे तौर पर लार्ज कैप ,मिड कैप ,स्माल कैप ,मल्टी कैप , इक्विटी लिंकेड सेविंग स्कीम आदि  स्कीमो मे लगाते है | आप इन सब स्कीम के अलावा सैक्टर फ़ंड मे भी पैसे लगा सकते है जैसे फ़ार्मा सैक्टर , इन्फ्रा सैक्टर,आईटी सैक्टर ,ऑटो सैक्टर , मीडिया सैक्टर आदि |

हालांकि हमे इन सभी सैक्टर फ़ंड मे पैसे लगाते समय काफी अनुभव की आवस्कता पड़ती है | जो लोग नए है या जिन को इन स्कीमो की जानकारी नहीं होती उनको नुकसान होने की संभावना होती है |इसमे नए निवेशक या अनुभवहीन निवेशक को डाइरैक्ट निवेश नहीं करना चाहिए |

अगर आपने 1-2 स्कीम मे निवेश किया है तो आपको फ़ंड को मेनेज करने की जरूरत नहीं होती |

दूसरे तरीके मे Regular plan से निवेश करना – इसमे आप किसी म्यूचुअल फ़ंड ब्रोकर की मदद से निवेश करते है | इसमे नुकसान की संभावना कम होती है | इसके बदले मे आपको थोड़ी फीस देनी पड़ती है जिसे एक्सपेन्स रैशियो कहते है | एक्सपर्ट ओपिनियन की वजह से यह Regular plan खरीदना पड़ता है | 

How to invest in Direct Plan

Direct plan  मे इन्वेस्ट करने से पहले KYC करनी होती है आप जिस भी म्यूचुअल फ़ंड कि स्कीम में निवेश करना चाहते है, उस म्यूचुअल फ़ंड के स्कीम की पूरी जांच पड़ताल करनी चाहिए |

इसमे आप किसी भी स्कीम मे निवेश कर सकते है इसमे ब्रोकज चार्ज नहीं लगते |

इसमे आप ऑनलाइन मोबाइल या लैपटाप की सहायता से म्यूचुअल फंड्ज की एप पर या उनकी वैबसाइट पर जाकर उसमे रजिस्ट्रेशन करके किसी भी स्कीम मे निवेश कर सकते है |

How to invest in Regular Plan

Regular plan में आप ब्रोकर के माधयम से बाजार मे इन्वेस्ट करते है इसके बदले ब्रोकर आप से फीस चार्ज करता है और आपके निवेश करने मे हेल्प करता है |

ब्रोकर बाजार का जानकार होता है क्योंकि वह एएमएफ़आई (Association of mutual fund in India) का Certified Advisor होता है और उसको सारी स्कीमों की जानकारी होती है |

वह आपको आपके रिस्क और टाइम के आनुसार सही स्कीम के चयन मे मदद करता है जिससे आपका रिस्क कम हो जाता है |

ज्यादातर लोग ब्रोकर के जरिये ही निवेश करते है जिससे उनको म्यूचुअल फ़ंड मे इन्वेस्ट करने मे आसानी होती है |

एक्सपर्ट ओपिनियन के फायदे

Direct plan मे निवेश करने पर हमे खुद ही अपनी जरूरत के अनुसार सही फ़ंड का चुनाव करना पड़ता है परंतु Regular plan मे निवेश करने पर कोन सा फ़ंड हमारे लिए सही है इसका चुनाव एक्सपर्ट करते है |

हालांकि दोनों ही प्लान मे फ़ंड का मैनेजमेंट फ़ंड मैनेजर द्वारा होता है |

Regular plan मे निवेश करने के और भी कई फायदे है जैसे एक्सपर्ट द्वारा समय समय पर पूरे पोर्टफोलियो को चेक करना और जरूरत के मुताबिक उसको बदलते रहना | इसके अलावा समय समय पर सर्विस और सपोर्ट देना |

आखिर मे मै आपको यह कहना चाहता हु अगर आप सही रिसर्च करके सही फैसला ले सकते है और सही फ़ंड का चुनाव कर सकते है तो Direct plan मे निवेश करना चाहिए |मगर आपको फ़ंड का चुनाव करते समय सपोर्ट की जरूरत पड़ती है और आप सही समय पर सही फैसले नहीं ले पाते तो Regular plan मे निवेश करना चाहिए |

Conclusion

इस पोस्ट मे मैंने आपको Direct Plan Vs Regular Plan के बारे मे बताया | साथ ही बताया कि आपको अच्छे मुनाफे के लिए खुद से निवेश करना चाहिए या एक्सपर्ट कि मदद लेनी चाहिए |  इससे पिछले पोस्ट मे आपको How to withdrawl money from mutual funds के बारे मे बतायाअगर आपको मेरी यह पोस्ट पसंद आई हो तो आप अपने दोस्तो और जानकारो को यह जरूर शेयर करे ताकि उन्हे डाइरैक्ट प्लान या रेगुलर प्लान के बारे मे जानकारी मिल सके अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो मुझे जरूर अवगत कराए |

यह आर्टिक्ल रिसर्च और जानकारियो को मिलाकर लिखा गया है | अगर आप निवेश करना चाहते है तो निवेश करने से पहले अपने वितीय सलाहकार से सलाह ले | हमारे द्वारा कोई भी पैड टिपस या सलाह नहीं दी जाती यह ब्लॉग केवल जानकारी के लिए बनाया गया है | म्यूचुअल फ़ंड निवेश मे वितीय झोखिम भी होता है |

इस पोस्ट को लास्ट तक पढने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यबाद |

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Last modified: August 5, 2024

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