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आज के समय में आईपीओ में बहुत सारे लोग अपना पैसा लगाते हैं मगर बहुत लोगो को आईपीओ की पूरी जानकारी नहीं होती है | IPO का मतलब है इनिश्यल पब्लिक ऑफर (Initial Public Offer) यानि आरंभिक सार्वजनिक पेशकश ।
इस प्रक्रिया मे एक निजी कंपनी अपने शेयर पब्लिक को बेचने के लिए स्टॉक मार्केट में लिस्ट होती है । इस कंपनी को पूंजी जुटाने का मौका मिलता है, और निवेशकों को कंपनी के शेयर खरीदने का अवसर मिलता है ।
आईपीओ यानी आरंभिक सार्वजनिक पेशकश, एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक निजी कंपनी पहली बार अपने शेयर जनता को बेचती है । ये प्रक्रिया काफी विस्तृत और जटिल होती है । आइये, आईपीओ के बारे में चरण-दर-चरण समझते हैं:
1. IPO Process की तैयारी का चरण:
⦁ कंपनी का निर्णय: पहले कोई भी कंपनी निर्णय लेती है कि उन्हें आईपीओ launch करना है ।
⦁ IPO Underwriters का चयन: कंपनी अपना निवेश बैंक (अंडरराइटर्स) को काम पर रखते हैं जो IPO की प्रक्रिया में मदद करते हैं । ये बैंक कंपनी की वैल्यूएशन, डॉक्यूमेंटेशन और शेयर बेचने में मदद करते हैं ।
2 . फाइलिंग और अनुमोदन (अपरुवल):
⦁ पंजीकरण विवरण: कंपनी सेक्यूरिटीस और एक्स्चेंज कमिशन (SEC) या उसके समकक्ष नियामक निकाय के पास पंजीकरण विवरण की फ़ाइल होती है, जिसके फ़ाइनेंष्यल स्टेटमेंट, बिज़नेस डिटेल्स, रिस्क फ़ैक्टर्स इत्यादि होते हैं।
⦁ प्रॉस्पेक्टस: एक विस्तृत दस्तावेज़ जो संभावित निवेशकों को दिया जाता है, जिसमे कंपनी की वित्तीय स्थिति और आईपीओ की शर्तों के बारे में जानकारी होती है।
3. मूल्य निर्धारण:
⦁ रोड शो: कंपनी और अंडरराइटर्स संभावित निवेशकों से मिलते हैं और अपनी कंपनी के बारे मे जानकारी देते हैं ।
⦁ प्राइस बैंड: निवेशकों की प्रतिक्रिया के आधार पर, एक प्राइस बैंड तय होता है जिसके आधार पर IPO pricing होके शेयर बेचे जाएंगे ।
⦁ अंतिम मूल्य निर्धारण: आईपीओ के एक दिन पहले अंतिम मूल्य तय होता है।
4. लॉंच करना:
⦁ सदस्यता: निवेशक आईपीओ के लिए सदस्यता लेते हैं । ये प्रक्रिया कुछ दिन तक चलती रहती है ।
⦁ अलॉट्मेंट: IPO subscription के बाद निवेशकों को शेयर अलॉट्मेंट किये जाते हैं अगर ओवरसब्सक्रिप्शन होता है, तो शेयर आनुपातिक रूप से वितरित होते हैं ।
5. लिस्टिंग:
स्टॉक एक्सचेंज लिस्टिंग: IPO listing के बाद कंपनी के Share market exchange पर लिस्ट होते हैं और trading शुरू होती है ।
हमे IPO के बारे मे कैसे पता चलेगा ?
अभी के Current IPO और Upcoming IPO के बारे में जानने के लिए आपको स्टॉक मार्केट, समाचार वेबसाइट, वित्तीय समाचार ऐप्स, या स्टॉक एक्सचेंज की आधिकारिक वेबसाइट जैसे (एनएसई या बीएसई) पर जाकर IPO news की जांच करनी चाहिए । वहां आपको नवीनतम IPO की सूची, उनके विवरण, सदस्यता तिथियां और अन्य प्रासंगिक जानकारी मिल जाएगी ।
आप अपने स्टॉक ब्रोकर के माध्यम से ये जानकारी ले सकते हैं, जो आपके आने वाले आईपीओ के बारे में अपडेट रखते हैं ।

What are the benefits of IPO:
पूंजी जुटाना: IPO investment से कंपनी को विकास और विस्तार के लिए अच्छी मात्रा में पूंजी मिलती है ।
सार्वजनिक छवि और विश्वसनीयता: सार्वजनिक कंपनी बनने से कंपनी की विसिबिल्टी और विश्वसनीयता बढ़ती है, जो ग्राहक और भागीदार के लिए भी फायदेमंद होता है ।
तरलता: मौजूदा शेयरधारक, जैसे संस्थापक और शुरुआती निवेशक, अपने शेयरों को बाजार में बेचकर तरलता हासिल कर सकते हैं ।
बाजार मे मूल्यांकन: आईपीओ के बाद कंपनी का बाजार मूल्यांकन स्थापित होता है, जो विलय, अधिग्रहण, और आगे धन उगाहने में मदद करता है ।
कर्मचारी लाभ: सार्वजनिक कंपनी बनने के बाद स्टॉक विकल्प और शेयरों के माध्यम से कर्मचारियों को प्रोत्साहन दिया जा सकता है ।
ये IPO benefits कंपनी को दीर्घकालिक विकास और स्थिरता हासिल करने में मदद करते हैं ।
What are the disadvantages of IPO ?
रेगुलेटरी का अनुपालन: सार्वजनिक कंपनी बनने के बाद काफी सारी रेगुलेटरी आवश्यकताएं और बहुत सी शर्तो को पूरा करना पड़ता है, जो समय लेने वाली और महंगी हो सकती है ।
बाजार का दबाव: सार्वजनिक कंपनी होने से स्टॉक की कीमत और बाजार की उम्मीदों का लगातार दबाव होता है, जो थोड़े समय के प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित कर सकता है ।
IPO Disclosure की आवश्यकताये : कंपनी को अपनी वित्तीय और कंपनी को चलाने के विवरण सार्वजनिक करना पड़ता है, जो प्रतिस्पर्धियों के लिए फायदेमंद हो सकता है ।
स्वामित्व का कमजोर होना: आईपीओ के बाद मौजूदा मालिकों की स्वामित्व हिस्सेदारी कम हो जाती है, जो नियंत्रण में कमी ला सकता है ।
शुरू की लागत: आईपीओ प्रक्रिया खुद में काफी महंगी होती है, जिसमें अंडरराइटर फीस, कानूनी फीस, अकाउंटिंग फीस और अन्य खर्च शामिल होते हैं ।
ये सभी IPO risks कंपनी के लिए चुनौतियां पैदा कर सकते हैं, इसलिए आईपीओ का निर्णय सावधानी से लेना चाहिए ।
Conclusion
इस पोस्ट मे मैंने आपको आईपीओ क्या होता है, आपको आईपीओ के बारे मे कैसे पता चलेगा, आईपीओ के फायदे और नुकसान, के बारे मे बताया जिसमे आईपीओ की जारी होने की पूरी प्रक्रिया के बारे मे इस सब की पूरी जानकारी दी | इससे पिछले पोस्ट मे आपको 5 Best foldable smart phone के बारे मे बताया अगर आपको मेरी यह पोस्ट पसंद आई हो तो आप अपने दोस्तो और जानकारो को यह जरूर शेयर करे और अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो मुझे जरूर अवगत कराए |
यह आर्टिक्ल रिसर्च और जानकारियो को मिलाकर लिखा गया है | यह ब्लॉग केवल जानकारी के लिए बनाया गया है |
इस पोस्ट को लास्ट तक पढने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यबाद |
Last modified: August 5, 2024