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Equity mutual fund

Equity mutual fund

आज के इस पोस्ट मे मै आपको Equity mutual fund के बारे मे जानकारी दूंगा |

यदि निवेशक अपना पैसा Equity mutual fund (इक्विटी फंड) में लगाते हैं,तो वह अपना पैसा फ़ंड मैनेजर को अपने लिए शेयरो को खरीदने के लिए दे रहे हैं।

निवेशक अपना पैसा लंबे समय के लिए कम से कम 5 साल अगर फंड में छोड़ देते हैं, तो यह बढ़ सकता है और निवेशक को अधिक पैसा दे सकता है |

लेकिन अगर निवेशक केवल थोड़े समय के लिए निवेश करते हैं, तो यह जोखिम भरा हो सकता है और उन को पैसे की हानि हो सकती है।

अगर वह लंबी अवधि में अधिक पैसा कमाना चाहते हैं तो इक्विटी म्यूचुअल फंड एक अच्छा विकल्प है।

Equity mutual fund विभिन्न प्रकार के होते हैं जैसे मल्टी कैप फंड (Multi cap mutual fund) ,ईएलएसएस फंड (ELSS mutual fund) ,लार्ज कैप फंड (Large cap mutual fund) , मिड कैप फंड (Mid cap mutual fund) , स्मॉल कैप फंड (Small cap mutual fund) और अन्य।

हर किसी का अपना जोखिम और पैसा कमाने की क्षमता होती है |

(a) Large cap mutual funds (लार्ज कैप म्यूचुअल फंड)

लार्ज कैप फंड मे कैप (Cap) का मतलब “Capitalization” होता है यानि उस फ़ंड का बाज़ार पूंजीकरण कितना है |

जिससे पता लगता है कि वह फ़ंड पैसे के हिसाब से कितनी बड़ा है और उनके बड़े वित्तीय संसाधन होते हैं।

Large cap equity mutual funds का निवेश बड़ी–बड़ी कंपनियों के स्टॉक में किया जाता है जिनको सुरक्षित माना जाता है |

लार्ज कैप फंड वो फ़ंड होते है जो अपना पैसा बड़े बाजार पूंजीकरण वाली कंपनी में लगाते हैं।

लार्ज कैप कंपनी मे रिटर्न दूसरों कीअपेक्षा कम मिलते है परंतु निरंतरता बनी रहती है और इसमें जोखिम भी कम होता है |

जो निवेशक कम रिस्क के साथ स्टॉक मे निवेश करना चाहते है ये स्कीम उनके लिए अच्छी है |

(b) Mid cap mutual funds (मिड कैप म्यूचुअल फंड)

मिड कैप फंड ऐसा वित्तीय निवेश है जहां हमारा पैसा मध्यम आकार की कंपनियों में निवेश किया जाता है। ये कंपनियाँ ना तो बहुत छोटी और ना बहुत बड़ी होती हैं, और इनका बाज़ार मूल्य भी ठीक होता है।

इन कंपनियों का व्यापार स्थापित हो चुका होता है और यह आगे ग्रोथ के लिए प्रयास करती रहती है। परंतु, बड़ी कंपनियों की अपेशा थोडी कम स्थिर वाली होती हैं।

बहुत से निवेशक मध्यम आकार की कंपनियों में निवेश करने के लिए Mid cap equity mutual funds में अपना पैसा लगाते हैं। ये फंड बढ़ती कंपनियों में निवेश करते हैं, जिससे निवेशकों को थोड़े जोखिम के साथ लाभ कमाने का मौका मिलता है।

(c) Small cap mutual funds (स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड)

स्मॉल कैप फंड में छोटी कंपनियों में निवेश किया जाता है।यह छोटी कंपनियां मार्केट में स्थिर रहने का प्रयास करती रहती है। मगर उनके बाजार मूल्य में स्थिरता नहीं होती।

इन कंपनियों मे लाभ देने की अच्छी क्षमता होती है परंतु उनके साथ रिस्क भी बहुत होता है ।

इसमें निवेश करने वाले लोगो को अधिक सावधानी के साथ निवेश करना चाहिए। इन स्कीमो के रिटर्न हमेशा बदलते रहते है।

Small cap equity mutual funds में निवेश करने के लिए हमे लंबा समय देना चाहिए |

(d) Multi cap mutual funds(मल्टी कैप म्यूचुअल फंड)

मल्टी कैप फंड,यह भी एक तरह का निवेश उपाय है जिसमें विभिन्न निवेशकों का पैसा शामिल होता है।

यह फ़ंड छोटे, मध्यम और बडी कंपनियों मे निवेश करने का मौका देते है। इस प्रकार इस फ़ंड से तीनों तरह की कंपनियों के शेयरों मे निवेश किया जाता है |

इसमे फंड मैनेजर को अपना पैसा कम से कम 75% स्टॉक मार्केट में निवेश करना होता है। यह फ़ंड अपने diversified इनवेस्टमेंट करने के कारण रिटर्न देने की बहुत अच्छी क्षमता रखते हैं। Multi cap equity mutual funds हर प्रकार के निवेशकों के लिए बढ़िया होते हैं।

(e) Flexi cap mutual funds(फ्लेक्सी कैप म्यूचुअल फंड)

Flexi cap mutual funds मे निवेशकों का पैसा छोटी, मध्यम, और बड़ी कैप की कंपनियों के शेयरों में साथ-साथ निवेश किया जाता है जिससे निवेशकों का पैसा विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगों मे निवेश होता है |

इसका मुख्य उद्देश्य निवेशकों को एक संतुलित पोर्टफोलियो बनाने में मदद करना होता है जिसमें निवेशकों को अच्छा लाभ कमाने का मौका मिलता है लेकिन जोखिम भी होता है |

निवेशक को Equity mutual fund (इक्विटि म्यूचुअल फ़ंड) मे फ़ंड चुनते समय फ्लेक्सी कैप म्यूचुअल फ़ंड मे जरूर निवेश करना चाहिए क्यूंकि  इसमे फ़ंड मैनेजर छोटी ,बड़ी सभी तरह की कंपनी मे allocation के हिसाब से पैसे लगाता है और इस फ़ंड मे रिटर्न भी अच्छे मिलते  है |

(f) Sector mutual funds (सेक्टर म्यूचुअल फंड)

इस फ़ंड मे निवेशकों का पैसा एक विशिष्ट सेक्टर के फंड में लगाया जाता है यह सेक्टर जैसे पावर सैक्टर, टेक्नोलॉजी सेक्टर, फार्मा सेक्टर, आदि | इन कंपनियों मे निवेशकों का पैसा निवेश किया जाता है।

इस फ़ंड का उद्देश्य उस सेक्टर की सफलता और विकास का फायदा उठाना है लेकिन इन सैक्टर मे निवेश बहुत जोखिमपूर्ण होता है और हमे निवेश करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए।

(g) Thematic mutual funds(थीमैटिक म्यूचुअल फंड)

थीमैटिक म्यूचुअल फंड मे भी निवेश बहुत जोखिम भरा होता है इसमे निवेशकों का पैसा विशेष थीम या विशेष क्षेत्र के शेयरों में निवेश किया जाता है जैसे कि नवीकरणीय ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, या स्वास्थ्य सेवा इत्यादि |

इसका उद्देश्य उस थीम या क्षेत्र की सफलता से मुनाफा कमाना होता है।Thematic equity mutual funds विशेष थीम या क्षेत्र के स्टॉक्स में निवेश करते हैं इसलिए निवेशकों के लिए ज्यादा जोखिम होता है इस क्षेत्र मे ध्यानपूर्वक निवेश करना चाहिए |

(h) ELSS mutual fund (Equity linked saving scheme)

ईएलएसएस (ELSS) जिसे हिंदी में “इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम” भी कहते है यह एक विशेष प्रकार का म्यूच्यूअल फंड है जिसमें निवेशको का पैसा इक्विटी में निवेश किया जाता है |

ये फंड निवेशकों को निवेश करके लाभ कमाने के साथ-साथ टैक्स बचाने का लाभ भी देते हैं।यह स्कीम टेक्स की सेविंग करने मे सबसे कम समय की लोक अवधि के लिए होते है | इसमे केवल तीन साल के लिए ही लोक पीरियड होता है मतलब आप इसमे से तीन साल बाद कभी भी अपना पैसा निकाल सकते है |

ईएलएसएस (ELSS) स्कीम इंकम टैक्स की धारा 80सी के अंतर्गत आती है इसलिए साल के अंत में हम हर वर्ष 1,50,000 रुपये तक की कर कटौती का दावा कर सकते हैं इससे हमको सालाना टैक्स बचाने में मदद मिलती है ।

ELSS mutual fund मे तीन साल की लॉक-इन अवधि होती हैं इसलिए निवेशक इस फ़ंड से जल्दी पैसे नहीं निकाल सकता जिससे इसमे रिटर्न भी अच्छे होते है |

यह एक अच्छा निवेश विकल्प बन गया है जो कि निवेशकों को निवेश करके टैक्स बचाने में मदद करता है। इसमे निवेश करने के खास नियम होते हैं, जो कि निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।

Conclusion

इस पोस्ट मे मैंने यह जानकारी देने की कोशिश की कि Equity Mutual fund क्या होते है और यह कितने प्रकार के होते है |

अगले पोस्ट पर मै आपको SIP kya hoti hai , SIP full form , यह कितने प्रकार की होती है, इसे कैसे शुरू करे और SIP के फायदे के बारे मे जानकारी देने की कोसिश करूंगा |

अगर आपको मेरी यह पोस्ट पसंद आई हो तो आप अपने दोस्तो और जानकारो को यह जरूर शेयर करे ताकि उन्हे म्यूचुअल फ़ंड के बारे मे जानकारी मिल सके और अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो मुझे जरूर अवगत कराए |

इस पोस्ट को लास्ट तक पढने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यबाद |

नोट –यह आर्टिकल रिसर्च और जानकारियो के आधार पर बनाया गया है ,हमारे द्वारा किसी भी प्रकार की फाइनेसियल ऍडवाइज नहीं दी जाती |म्यूचुअल फंड्ज में निवेश करने से पहले निवेशको को सारे दस्तावेज और फंड्स से जुडी सारी जानकारी अच्छी तरह से पढ़ लेनी चाहिए |

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Last modified: May 19, 2024

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