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Sovereign Gold Bonds

अगर आप गोल्ड में इनवेस्टमेंट करना चाहते है तो यह जरूरी नहीं है कि आप सोने के आभूषण खरीदे या सोने के सिक्के खरीदे |

आज के समय मे सोने मे निवेश करने के बहुत से तरीके मोजूद है | अगर आप निवेश मे जोखिम नहीं लेना चाहते तो सरकार ने सोने मे निवेश के लिए एक स्कीम चलायी है इस स्कीम को Sovereign Gold Bonds Scheme (सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम) कहते है |

इस स्कीम की सहायता से रिस्क के बिना शुद्ध सोने में निवेश किया जा सकता है । आईये अब हम इस स्कीम के बारे मे विस्तार से जानते हैं|

Sovereign Gold Bonds

Sovereign Gold Bonds Scheme एक सरकारी योजना है, यह योजना भारत सरकार के परामर्श से भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा अधिनियम, 2006 के अनुसार नवम्बर 2015 में शुरू की गई थी।

भारतीय रिजर्व बैंक ही इसके नियम एवं शर्तों को तय करता है और निवेशको को जानकारी देता है | Sovereign Gold Bonds Scheme सरकार की गोल्ड मुद्रीकरण योजना है |

इस बॉन्ड मे सोने की कोई ज्वेलरी नहीं मिलती और न ही फिजिकली सोना मिलता है मगर यह फिजिकल गोल्ड की अपेक्षा अधिक सुरक्षित है क्योंकि यह डिजिटल रूप में है और सरकार के द्वारा इसमे गारंटी दी जाती है |

यह डिजिटल रूप में होने के कारण सेफ है और शुद्ध है | इसमे जितने पैसे निवेश किए जाते है उतने पैसे के बराबर यूनिट देकर एक सर्टिफिकेट के रूप में यह आपको मिलता है।

आसान भाषा मे समझे , गोल्ड डिजिटल रूप मे खरीद कर सरकार के पास ही डिजिटल रूप मे रहता है और सरकार आपको जितने पैसे का गोल्ड खरीदा है उतने पैसे का एक सर्टिफिकेट आपको दे देती है |यह सर्टिफिकेट एक तरह का प्रूफ है की आपका गोल्ड सरकार के पास है |

आप इसे मैच्योरिटी होने पर या समय से पहले जरूरत पड़ने पर नियमों के मुताबिक कभी भी निकाल सकते है |

इस योजना को हर साल कई बार ओपन किया जाता है |इसको ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीको से खरीदा या बेचा जा सकता है |

ऑनलाइन तरीके मे बैंक या डी-मैट खाते से और ऑफलाइन मे पोस्ट ऑफिस या बैंक मे जाकर खरीद या बेच सकते है |ऑनलाइन के द्वारा खरीदने पर 50 रुपये की छूट भी मिलती है |

What is the main objective of this Sovereign Gold Bonds Scheme?

इस योजना के दो मुखय उद्देश्य:-
1. सोने की भोतिक मांग को कम करना |

2.प्रति वर्ष विदेशो से होने वाले सोने का आयात के एक हिस्से को बचत मे परिवर्तित करना ।

Some key points of Sovereign Gold Bonds Scheme

1. यह स्कीम भारत सरकार के द्वारा चलायी गयी है इसलिए इसमे आपको पैसे की चिंता करने की ज़रुरत नहीं है|
2.भारत सरकार और रिजर्व बैंक के मुताबिक, इस स्कीम में कोई भी व्यक्ति, अविभाजित परिवार (HUF), विश्वविद्यालय और धार्मिक संस्थाएं इसमे निवेश कर सकती हैं।
3. इस बॉन्ड को बैंक,डाकघरों और भारतीय स्टॉक एक्सचेंज जैसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बंबई स्टॉक एक्सचेंज के जरिये डी- मेट खाते के द्वारा खरीदा या बेचा जा सकता है |
4. इस स्कीम मे कम से कम एक यूनिट यानि 1 gram सोना आपको खरीदना पड़ता है |
5. एक साल मे आप अधिकतम 4 किलो सोना यानि 4000 यूनिट के बराबर सोना खरीद सकते हैं|मगर कोई संस्था, कंपनी या ट्रस्ट इसमे 20 किलो गोल्ड तक ही निवेश कर सकता है |
6. जो लोग ऑनलाइन तरीके से सोना खरीदते है उनको एक यूनिट पर 50 रुपये की छूट दी जाती है |
7. इस स्कीम में 2.5% हर साल ब्याज दिया जाता है|
8. इस बांड के पूरा होने की अवधि 8 साल है यानि 8 साल के बाद सरकार आपको उस समय के सोने की कीमत के अनुसार पैसा वापस कर देती है |
9. इस अवधि के दौरान बीच मे जरूरत पड़ने पर, 5 साल के बाद कभी भी निर्धारत समय पर अपना पैसा वापिस लिया जा सकता हैं |
10. इस गोल्ड बांड के सर्टिफिकेट को बैंक मे गिरवी रख कर इस पर लोन भी लिया जा सकता हैं |
11. सोने की कीमत मे जो भी उतार चढ़ाव आयेगा उसका रिस्क निवेशक को ही लेना पड़ता है |

Who can invest in it?

भारत सरकार और रिजर्व बैंक के मुताबिक, इस स्कीम में कोई भी व्यक्ति, अविभाजित परिवार (HUF), विश्वविद्यालय, न्यास और धार्मिक संस्थाएं इसमे निवेश कर सकती हैं।

इसमे प्रति वयक्ति एक ग्राम सोने से लेकर चार किलो सोने तक निवेश कर सकता है | जबकि न्यास और धार्मिक संस्थाएं 20 किलो सोने तक इसमे निवेश कर सकती हैं।

Where can this Sovereign Gold Bonds be purchased?

इस गोल्ड बॉन्ड की बिक्री बैंक के द्वारा (छोटे बैंकों को छोड़कर),चुने हुए डाकघरों और शेयर बाजार (बीएसई और एनएसई) के जरिये की जाती है |

How is the price of Sovereign Gold Bonds determined ?

जब भी Sovereign Gold Bonds की कीमत तय होती है तब यह देखा जाता है कि पिछले हफ्ते मे लास्ट तीन वर्किंग दिनो मे 999 शुद्धता वाले गोल्ड का औसत भाव कितना था |

यह भाव इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा जारी होते है | अगर ऑनलाइन पेमेंट करते हैं तो निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम का डिस्काउंट मिलता है |

How to invest in Sovereign Gold Bonds ?

भारत सरकार एक वर्ष मे कई बार Sovereign Gold Bonds को ज़ारी करती है|पिछले कुछ सालो मे डिजिटल लेनदेन मे तेजी आने से अब इस योजना मे निवेश करना बहुत ही आसान हो गया है |

आपका कोई भी सरकारी बैंक मे खाता है और आप बैंक की ऑनलाइन सर्विस यूज करते है तो आप आराम से ऑनलाइन तरीके से घर से ही इस योजना मे निवेश कर सकते है |

जैसे आप अगर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से ऑनलाइन तरीके से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदना चाहते है तो आपको यह तरीका अपनाना होगा |
इसमे पहले आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पोर्टल पर लॉग इन करें उसके बाद ‘eServices’ पर क्लिक करे और ‘Sovereign Gold Bonds Scheme‘ पर क्लिक करे |
आपको इसमे पहले केवाईसी (KYC) करनी पड़ेगी | इसके लिए आपको आधार कार्ड और पैन कार्ड की जरूरत पड़ेगी ।
अब आपको कुछ नियम व शर्ते दिखाई देंगी आप को इसको ध्यान से पढ़ना है, इन नियमों और शर्तों को पढ़ने के बाद, ‘proceed’ पर क्लिक करना है |अब आपको नॉमिनी की डिटेल्स भरनी है और उसके बाद आपको कितने ग्राम सोना खरीदना है, यह भरना है | इन सब जानकारियों को भरने के बाद पूरा पेज को चेक करके ‘Submit’ करना है ।
आप अपने डी-मेट अकाउंट से broker की सहायता से भी गोल्ड बांड की ख़रीदारी कर सकते है |

मै एक उदहारण देकर आपको इसके बारे मे पूरी जानकारी बताता हू |
मान लो मैंने 100 ग्राम सोना खरीदा यानि मैंने सोने के 100 यूनिट खरीदे | सोना खरीदते समय सोने की कीमत 50000 रुपए तोला थी यानि सोना 5000 रुपए प्रति ग्राम था | मैंने कुल मिलाकर 5 लाख रुपए इसमे निवेश किए |


मुझे हर साल 5 लाख X 2.5% = 12500 रुपये का ब्याज मिलता रहेगा|मगर यह ब्याज छमाही मिलेगा यानि साल मे दो बार, हर 6 महीने के पूरा होने पर 6250 रुपये का ब्याज मिलता रहेगा |


8 साल के पूरा होने के बाद उस समय के सोने के मूल्य के मुताबिक मेरे को पूरा पैसा वापस मिल जायेगा | मान लीजिये उस समय सोने की कीमत 60000 रुपए तोला है यानि एक ग्राम सोने की किमत 6000 रुपए है तो मुझे 6000 X 100 = 600000 रुपए वापस मिलेंगे |

Benefits of investing in Sovereign Gold Bonds :-

1.इस बांड को रिज़र्व बैंक के द्वारा जारी किया जाता है इसलिए इसमे रिस्क नहीं होता |
2.इस बोण्ड्स मे निवेश करने से सोने की चोरी होने का डर भी नहीं रहता |
3.इसमें 2.5% की दर से ब्याज मिलता है जो छमाही मिलता है और साथ ही सोने की कीमत भी बढ़ती है | इससे सोने में होने वाले उतार चढ़ाव से निवेशकों को सुरक्षा मिलती है |
4.इसमे निवेश करने पर शुद्धता की चिंता नहीं रहती और आभूषण बनवाते समय जो सुनार मेकिंग चार्ज ले लेते है वह भी नहीं देना पड़ता |
5.इस बॉन्ड के द्वारा आप गोल्ड लोन ले सकते है |
6.बॉन्ड को 5 साल तक होल्ड रखने के बाद उस समय की सोने के कीमत पर आप इसमे से बाहर निकल सकते हैं |
7. 8 साल का समय पूरा होने पर सोने के उस समय के वर्तमान मूल्य के हिसाब से पैसा वापस मिलता है |
8. मेच्योरिटी होने पर इससे मिलने वाला पैसा टैक्स फ्री होता है |
9. सॉवरेन गोल्ड बॉण्ड को स्टॉक मार्केट में खरीदा या बेचा जा सकता है |
10.अगर मंदी के कारण बड़ी अर्थव्‍यवस्‍थाओं पर दबाव बढ़ता है और बाजार में गिरावट आती है तो सोने की मांग बढ़ जाती है जिससे इसमे निवेश किए गए पैसे पर अच्छा रिटर्न मिलता है |

How much tax is to be paid on Sovereign Gold Bonds ?

Sovereign Gold Bonds  पर ब्याज इनकम टैक्स एक्ट 1961 के अनुसार टैक्सेबल है | इस पर मिलने वाला ब्याज छमाही आधार पर होता है |

यह ब्याज निवेशक के इंकम मे जोड़ा जाता है |यह ब्याज आपको अपने टैक्स ब्रैकेट के अनुसार देना पड़ता है | 3 वर्ष से पहले बेचने पर मुनाफे पर आपको टैक्स देना होगा मगर 3 वर्ष के बाद बेचने पर 20% (after indexation) टैक्स देना पड़ता है |

अगर आप स्टॉक एक्सचेंज पर बेचते है तो आपको टैक्स देना पड़ता है | मेच्योर होने (8 वर्ष) के बाद गोल्ड बांड पर कोई टैक्स नहीं लगता है |

Conclusion

इस पोस्ट मे मैंने यह जानकारी देने की कोशिश की कि Sovereign Gold Bonds Scheme क्या है, यह कब शुरू हुई और इसके लाभ क्या है | 

आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो आप अपने दोस्तो और जानकारो को यह जरूर शेयर करे ताकि उन्हे Sovereign Gold Bond Scheme के बारे मे जानकारी मिल सके अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो मुझे जरूर अवगत कराए |

अगले पोस्ट पर मै आपको Driving License , के बारे मे जानकारी देने की कोशिश करूंगा |

इस पोस्ट को लास्ट तक पढने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यबाद |

नोट –यह आर्टिकल रिसर्च और जानकारियो के आधार पर बनाया गया है ,हमारे द्वारा किसी भी प्रकार की फाइनेसियल ऍडवाइज नहीं दी जाती | Sovereign Gold Bonds Scheme में निवेश करने से पहले निवेशको को सारे दस्तावेज और इससे  जुडी सारी जानकारी अच्छी तरह से पढ़ लेनी चाहिए |

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Last modified: August 5, 2024

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